लेखनी प्रतियोगिता -04-Nov-2021
सूरज की पहली किरण से पहले उठा जाता है किसान
चाहे धुप हो तेज या हो ठण्ड बहुत
रोज अपने खेत को जाता है किसान
कहने को तो अन्नदाता है वो
लेकिन नही मिल पाती २ वक्त की रोटी उसे
मौसम ने भी किया इस साल ढाया कहर कुछ ऐसा
दिन रात बस बारिश होती रही
सुख गये फसल टूट गयी उनकी आशा
कर लिया आत्महत्या उसी खेत जाके
क्योंकि नहीं था उसके पास पैसा
बच्चे उसके तड़प रहे है दिन और रात
सब खुद में बिजी है कोई नहीं करता उनकी बात
ऋषभ दिव्येन्द्र
05-Nov-2021 06:12 PM
बहुत खूब 👌👌
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Himanshu Kumar
06-Nov-2021 05:43 PM
aapka aabhar
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Niraj Pandey
05-Nov-2021 11:44 AM
बहुत खूब
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Himanshu Kumar
06-Nov-2021 05:43 PM
dhanyawad
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Gunjan Kamal
05-Nov-2021 09:50 AM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌👌
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Himanshu Kumar
06-Nov-2021 05:42 PM
shukriya
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